भास्कर न्यूज. karda
निकटवर्ती करावड़ी गांव में सात दिवसीय हरिकथा के समापन समारोह के दौरान गुरू जंभेश्वर भगवान का विराट मेले का भरा गया। इस दौरान जंभसार ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति में बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने भाग लेकर भगवान जंभेश्वर की 120 शब्दवाणी से बना पाहल ग्रहण कर बुराइयों को त्यागने का संकल्प लिया।
इस मौके स्वामी रामानंद ने कहा कि यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता साथ ही तन के साथ मन को शुद्ध रखने से विचारों की शुद्धि होती है। उसी प्रकार पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए यज्ञ आवश्यक है। उन्होंने यज्ञ की उपयोगिता पर विचार व्यक्त करते हुए लोगों से अपने घरों में यज्ञ करने का आह्वान किया। अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के पूर्व अध्यक्ष व सांचौर के पूर्व विधायक हीरालाल विश्नोई ने समाज के विकास को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए समाज में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही। विश्नोई ने कहा कि शिक्षित नारी ही समाज का असली दर्पण है। पूर्व मॉनिटरिंग सलाहकार लादूराम विश्नोई ने समाज के विकास के लिए बालकों को गुणवत्तापूर्ण व आचरण युक्त शिक्षा देने पर बल दिया। वहीं पूर्व प्रधान सुखराम विश्नोई ने समाज के विकास के लिए आम आदमी को आगे आने का आह्वान किया। इस दौरान मेले की पूर्व संध्या पर रविवार रात्रि को विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें संत मंडली द्वारा गुरू जंभेश्वर की साखी व भजनों की प्रस्तुति से वातावरण को धर्ममय बना दिया। वहीं सोमवार को पूर्णाहुति के दौरान गुरू जंभेश्वर भगवान के नवनिर्मित मंदिर की प्रतिष्ठा के तहत मंदिर के शिखर पर कलश स्थापित कर ध्वजा चढ़ाई गई। इस अवसर पर संत रतीराम महाराज, शांतिराम महाराज, रामकृष्ण मुकाम, हनुमान दास मेघावा, हरिराम विश्नोई, रामगोपाल धायल और भाखराराम मांजू सहित बड़ी संख्या में समाज बंधु मौजूद थे।
अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
भंवरानी. कस्बे के भीम तालाब पर सोमवार को सोमवती अमावस्या को लेकर तालाब में मौन रहकर डुबकी लगाई। साथ ही जलीय जीव जंतुओं को चुग्गा देकर पुण्य कमाया। श्रद्धालुओं ने सोमवती अमावस्या को लेकर आपेश्वर व निकट के पाण्डेश्वर महादेव कर परिवार के खुशहाली की कामना की। अमावस्या को लेकर इन दोनों मंदिरों में सवेरे से ही श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहा। वहीं भीम तालाब में नहाकर भी श्रद्धालुओं ने पुण्य कमाया। इस मौके काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
निकटवर्ती करावड़ी गांव में सात दिवसीय हरिकथा के समापन समारोह के दौरान गुरू जंभेश्वर भगवान का विराट मेले का भरा गया। इस दौरान जंभसार ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति में बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने भाग लेकर भगवान जंभेश्वर की 120 शब्दवाणी से बना पाहल ग्रहण कर बुराइयों को त्यागने का संकल्प लिया।
इस मौके स्वामी रामानंद ने कहा कि यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता साथ ही तन के साथ मन को शुद्ध रखने से विचारों की शुद्धि होती है। उसी प्रकार पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए यज्ञ आवश्यक है। उन्होंने यज्ञ की उपयोगिता पर विचार व्यक्त करते हुए लोगों से अपने घरों में यज्ञ करने का आह्वान किया। अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के पूर्व अध्यक्ष व सांचौर के पूर्व विधायक हीरालाल विश्नोई ने समाज के विकास को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए समाज में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही। विश्नोई ने कहा कि शिक्षित नारी ही समाज का असली दर्पण है। पूर्व मॉनिटरिंग सलाहकार लादूराम विश्नोई ने समाज के विकास के लिए बालकों को गुणवत्तापूर्ण व आचरण युक्त शिक्षा देने पर बल दिया। वहीं पूर्व प्रधान सुखराम विश्नोई ने समाज के विकास के लिए आम आदमी को आगे आने का आह्वान किया। इस दौरान मेले की पूर्व संध्या पर रविवार रात्रि को विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें संत मंडली द्वारा गुरू जंभेश्वर की साखी व भजनों की प्रस्तुति से वातावरण को धर्ममय बना दिया। वहीं सोमवार को पूर्णाहुति के दौरान गुरू जंभेश्वर भगवान के नवनिर्मित मंदिर की प्रतिष्ठा के तहत मंदिर के शिखर पर कलश स्थापित कर ध्वजा चढ़ाई गई। इस अवसर पर संत रतीराम महाराज, शांतिराम महाराज, रामकृष्ण मुकाम, हनुमान दास मेघावा, हरिराम विश्नोई, रामगोपाल धायल और भाखराराम मांजू सहित बड़ी संख्या में समाज बंधु मौजूद थे।
अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
भंवरानी. कस्बे के भीम तालाब पर सोमवार को सोमवती अमावस्या को लेकर तालाब में मौन रहकर डुबकी लगाई। साथ ही जलीय जीव जंतुओं को चुग्गा देकर पुण्य कमाया। श्रद्धालुओं ने सोमवती अमावस्या को लेकर आपेश्वर व निकट के पाण्डेश्वर महादेव कर परिवार के खुशहाली की कामना की। अमावस्या को लेकर इन दोनों मंदिरों में सवेरे से ही श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहा। वहीं भीम तालाब में नहाकर भी श्रद्धालुओं ने पुण्य कमाया। इस मौके काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें