भास्कर न्यूज़.करड़ा
सांचौर की बीढाणी रोड स्थित अमृतादेवी विश्नोई पर्यावरण एवं जीवदया संस्थान में जाजीवाल धोरा जोधपुर के महंत स्वामी भागीरथदास आचार्य के सानिध्य में पर्यावरण संरक्षण को लेकर सम्मेलन हुआ जिसमें लोगों ने पर्यावरण व जीवदया संरक्षण का संकल्प लिया।इस अवसर पर स्वामी ने कहा कि पर्यावरण को लेकर आज पूरा विश्व है। इसके संरक्षण एवं सुधार की दिशा में प्रयासरत है, लेकिन आज से करीब ५५० वर्ष पूर्व श्री जंभेश्वर भगवान ने पर्यावरण एवं जीवदया संरक्षण का संदेश दिया था। इसे आत्मसात करते हुए जोधपुर के निकट खेजड़ली में अमृतादेवी विश्नोई की अगुवाई में समाज के ३६३ लोगों ने पेड़ों की रक्षा की खातिर अपनी जान दी थी जो विश्व में एक अद्वितीय मिशाल है। स्वामी ने कहा कि यदि पेड़ नहीं बचे तो इसका दुष्परिणाम आम आदमी को भुगतना होगा इसलिए प्रत्येक व्यक्ति का यह कत्र्तव्य है कि वह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपनी जिम्मेदारी निभाएं। इस अवसर पर पूर्व प्रधान सुखराम विश्नोई ने वृक्षों को जीवन का आधार बताते हुए समाज में व्याप्त नशाखोरी, बाल विवाह, मृत्युभोज जैसी कुरीतियों को समूल नष्ट करने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री के पूर्व मॉनिटरिंग सलाहकार लादूराम विश्नोई ने शिक्षा को समाज के विकास का प्रमुख आधार बताते हुए समाज सुधार में हर व्यक्ति को आगे आने की बात कही। पर्यावरण सम्मेलन को पूर्व विधायक हीरालाल विश्नोई, किशनलाल भादू सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस अवसर पर हेमाराम सारण, रामलाल सारण, अधीक्षण अभियंता सुजानाराम खिचड़, भीखाराम सारण, जाखल सरपंच रामावतार विश्नोई, लाभूराम सारण,बीईईओ राणाराम विश्नोई, मार्केटिंग चेयरमेन मनोज सारण, जिला परिषद सदस्य नरेन्द्र विश्नोई, हापुराम पूनियां, जगमालाराम सारण, बाबूलाल भादू, किशनलाल भादू, रामलाल साहु, आदुलाल सारण, मांगीलाल जाणी डावल, सहित बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी मौजूद थे।संरक्षण का संकल्प लियापर्यावरण संरक्षण सम्मेलन में स्वामी ने मंगलवार अलसुबह जम्भेश्वर भगवान की शब्द वाणी का पाठ कर यज्ञ के साथ पाहल बनाया जिसे लोगों ने ग्रहण कर नशावृति त्यागने, पर्यावरण संरक्षण करने का संकल्प लिया।
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